अनुच्छेद 1
नीचे दिए गए अनुच्छेद पढ़ें और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर
लिखें I
एक बार सुलेमान नाम के बादशाह आकाश में उड़ने वाले अपने
उड़नखटोले पर बैठे कहीं जा रहे थे I बड़ी गर्मी थी I धुप
से वह परेशान हो रहे थे I आकाश में उड़ने वाले गिद्धों से
उन्होंने कहा कि अपने पंखों से तुम लोग मेरे सिर पर छाया कर दो I पर गिद्धों ने ऐसा करने से मना कर दिया I उन्होंने
बहाना बनाते हुए कहा, “हम तो इतने छोटे-छोटे हैं I हमारी
गर्दन पर पंख भी नहीं हैं I हम छाया कैसे कर सकते हैं !”
1. सुलेमान कैसे जा रहे थे ?
...............................................................................................................
2. सुलेमान परेशान क्यों हो रहे थे ?
...............................................................................................................
3. सुलेमान ने किससे मदद माँगी और क्यों ?
...............................................................................................................
4. सुलेमान ने कैसी मदद माँगी ?
...............................................................................................................
5. क्या सुलेमान को गिद्धों से मदद मिली ?
...............................................................................................................
6. गिद्धों ने क्या बहाना बनाया ?
...............................................................................................................
7. गर्मी शब्द का लिंग बताओ I
...............................................................................................................
8. पंख शब्द का बहु वचन शब्द क्या है ?
...............................................................................................................
9. बादशाह शब्द से एक वाक्य बनाओ I
...............................................................................................................
10. धूप शब्द का विलोम शब्द लिखो I
...............................................................................................................
अनुच्छेद 2
सुलेमान ने प्रार्थना स्वीकार कर ली I सभी हुदहुदों के सिर पर सोने की कलगी निकल
आई I लोगों ने सोने की कलगी को देखा , तो वे हुदहुदों के
पीछे पड़ गए I तीर से उन्हें मार–मारकर सोना इकठ्ठा करने लगे I
हुदहुदों का वंश
समाप्त होने पर आ गया I तब मुखिया घबराकर बादशाह सुलेमान के पास पहुंचा और बोला “इस सोने की कलगी
के कारण तो हमारा वंश ही समाप्त हो जाएगा I
सुलेमान ने कहा “मैंने तो शुरू में ही तुम्हें चेतावनी दी
थी I खैर, जाओ, आज से तुम्हारे सिर का ताज सोने
का नहीं , सुन्दर परों का हुआ करेगा I” और तभी से हुदहुदों
के सिर पर परों का यह ताज ( कलगी ) शोभा पा रहा है I
1. हुदहुदों के सिर पर किसकी कलगी निकल आई ?
सोने की या परों की
...............................................................................................................
2. हुदहुदों के सिर पर कैसे कलगी निकल आई ?
...............................................................................................................
3. लोग हुदहुदों के पीछे क्यों पड़ गए ?
...............................................................................................................
4. हुदहुदों का वंश क्यों समाप्त होने पर आ गया ?
...............................................................................................................
5. किस कारण हुदहुदों का वंश समाप्त हो जाता ?
...............................................................................................................
6. अभी हुदहुदों के सिर का ताज किससे बना है ?
...............................................................................................................
7. एक शब्द में उत्तर लिखो I
‘हुदहुदों के सिर का ताज’
...............................................................................................................
8. प्रार्थना शब्द का लिंग बताओ I
...............................................................................................................
9. समाप्त शब्द का पर्यायवाची शब्द लिखें I
...............................................................................................................
10. समाप्त शब्द का विलोम शब्द क्या है ?
...............................................................................................................
अनुच्छेद 3
हुदहुद का सारा शरीर रंग -बिरंगा और चटकीला होता है I पंख काले-काले होते हैं जिन पर मोटी सफ़ेद धारियाँ
बनी होती हैं I गर्दन का अगला हिस्सा बादामी रंग का होता है I चोटी भी बादामी रंग की होती है , मगर उसके सिरे काले और सफ़ेद होते हैं I दुम का भीतरी हिस्सा सफ़ेद और बाहरी हिस्सा काले रंग का होता है I चोंच पतली , लम्बी तथा तीखी होती है I इस चोंच से यह
आसानी से ज़मीन के भीतर छिपे हुए कीड़े मकोड़ों को ढूँढ़ निकालता है I इसकी चोंच नाखून काटने वाली ‘नहरनी’ से बहुत मिलती है और शायद इसीलिए
कहीं-कहीं इसे ‘हजामिन’ चिड़िया के नाम से भी पुकारते हैं I
1. हुदहुद का शरीर कैसा होता है ?
...............................................................................................................
2. हुदहुद के पंख कैसे होते हैं ?
...............................................................................................................
3. गर्दन का अगला हिस्सा किस रंग का होता है ?
...............................................................................................................
4. हुदहुद की दुम कैसी होती है ?
...............................................................................................................
5. हुदहुद को किस नाम से भी पुकारते हैं ? क्यों ?
...............................................................................................................
6. हुदहुद की चोंच कैसी होती है ?
...............................................................................................................
7. हुदहुद अपनी चोंच को कैसे इस्तेमाल करता है ?
...............................................................................................................
8. चमकीला शब्द का पर्यायवाची शब्द अनुच्छेद से ढूँढ़कर लिखो I
...............................................................................................................
9. चोंच शब्द का लिंग बताओ I
...............................................................................................................
10. चिड़िया शब्द से एक वाक्य बनाओ I
...............................................................................................................
अनुच्छेद 4
हुदहुद हमारे देश के सभी भागों में पाए जाते हैं I तुमने इसे अपने घर के आसपास अपनी तीखी चोंच
से ज़मीन खोदते हुए अवश्य देखा होगा I बोलते समय यह तीन बार ‘हुप-हुप-हुप’
सा कुछ कहता है, इसीलिए इसे अंग्रेज़ी में ‘हूप ऊ’ कहा जाता है I हिन्दी में इसे हुदहुद कहते हैं I दूब में कीड़ा
ढूँढने के कारण हमारे देश में कहीं -कहीं इसे ‘पदुबया’ भी कहते हैं और सुन्दर कलगी
की वजह से कुछ देशों में लोग इसे ‘शाह सुलेमान’ कहकर पुकारते हैं I
मादा हुदहुद तीन से दस तक अंडे देती है I जब तक बच्चे अंडे से बाहर नहीं निकल
जाते , वह अंडो पर बैठी रहती है , हटती
नहीं I नर वहीं भोजन लाकर उसे खिला जाता है I पर दोनों में से कोई भी घोंसले की सफ़ाई नहीं करता I
1. हुदहुद को तुम कहाँ देखे होंगे ?
...............................................................................................................
2. हुदहुद को अंग्रेज़ी में क्या कहा जाता है ? क्यों ?
...............................................................................................................
3. हमारे देश में कहीं-कहीं हुदहुद को किस नाम से बुलाते हैं ?
क्यों ?
...............................................................................................................
4. हुदहुद को शाह सुलेमान क्यों पुकारते हैं ?
...............................................................................................................
5. मादा हुदहुद कितने अंडे देती है ?
...............................................................................................................
6. मादा हुदहुद को खाना कौन खिलाता है ? क्यों ?
...............................................................................................................
7. हुदहुद को किस किस नाम से बुलाते हैं ? अनुच्छेद से ढूँढ़कर
लिखो I
...............................................................................................................
8. अंडे शब्द का एक वचन शब्द लिखो I
...............................................................................................................
9. मादा शब्द का पुलिंग शब्द क्या है ?
...............................................................................................................
10. खाली जगह भरो I सुन्दर : कलगी : : ........... : चोंच
shravani Diwate
ReplyDelete